DEVI KALRATRI | KALRATRI AVAHAN | Kaalratri Mata Ki Katha | Navratri Special


सांतवा नवरात्री की कथा | माँ कालरात्रि की संपूर्ण कथा | Kaalratri Mata Ki Katha | Navratri Special

माँ कालरात्रि!

उनका स्वरूप अत्यंत भयंकर था—

उनका शरीर गहरे अंधकार की तरह काला था।
उनकी आँखें जलती हुई अग्नि के समान चमक रही थीं।
उनकी जिह्वा बाहर निकली हुई थी, जो रक्त की प्यासी थी।
उनके चार हाथों में तलवार, खड्ग, त्रिशूल और खप्पर था।
उनका वाहन काला गधा था देवी कालरात्रि गधे पर सवार थी
माँ कालरात्रि के प्रकट होते ही धरती काँप उठी।

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